सप्ताह का प्रादर्श-163
(13 से 19 जुलाई 2023 तक)
सिन्धोरा/सिंदूरा
लकड़ी का एक अलंकृत पात्र
सिंधोरा/सिंदूरा लकड़ी का एक अलंकृत पात्र है इसमें एक लंबा ऊर्ध्वाधर ढक्कन है जिस पर एक घुंडी के साथ कई स्तरों में नक्काशी की गई है। इसे लाल रंग से रंगकर इस पर रूपांकन किए गए हैं। इसका उपयोग सिंदूर और एक चांदी का सिक्का रखने के लिए किया जाता है, जिसे देवी लक्ष्मी से जुड़ी सामग्री माना जाता है।विवाह में वर सिन्दूर से भरा हुआ एक सिन्दूरा लाता है और उसे विवाह करने के लिए अपनी दुल्हन की मांग में भरता है। एक विवाहित महिला जीवन भर इसे अपने साथ रखती है। यह एक महिला के लिए प्यार, परवाह करने वाली और सुहाग का प्रतीक है। सिंधोरा/सिंदूरा समृद्धि और देवी लक्ष्मी के आशीर्वाद का प्रतीक है।यह विवाहित जोड़े के मजबूत रिश्ते और उनके जीवन में समृद्धि का भी प्रतीक है। यह पश्चिम बंगाल में भी पाया जाता है जिसे गच्छ कूटो के नाम से जाना जाता है। यह नवविवाहित बंगाली वधु की एक अनिवार्य सामग्री है, जिसे उसे विवाह के आरंभ से लेकर विवाह के पश्चात अपने ससुराल में प्रवेश करने तक अपने साथ रखना होता है।
आरोहण क्रमांक 2007.284
स्थानीय नाम - सिन्धोरा/सिंदूरा, लकड़ी का एक अलंकृत पात्र है
समुदाय - लोक
स्थान-मधुबनी, बिहार
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Date: July 13, 2023